बहुगुणीकट्टा: कविता – मिलकर दिवाली मनाए
मुकुटबनच्या प्रियल पथाडे यांची कविता.....
मिलकर दिवाली मनाए
चलो चले हम सब मिलकर दिवाली मनाए...
किसान भाई को दुवॉ कराए...
शुरविर देश रक्षक को हौसला दिलाए...
गरीब बच्चे को खाना खिलाए...
आधार राशन के बिना भुखी है मेरी जनता...
ईस…